What is Memory , Primary Memory और Secondary Memory के बारे में बताइये, Ram और Rom में क्या अंतर है
मेमोरी-
कंप्यूटर में किसी भी प्रकार के डाटा या इनफार्मेशन को स्टोर करने के लिए जिस भी फिजिकल डिवाइस का यूज किया जाता है मेमोरी कहलाती है ! कंप्यूटर मेमोरी दो तारह की होती है !
१. प्राइमरी मेमोरी
२. फिजिकल मेमोरी
१. प्राइमरी मेमोरी -
प्राइमरी मेमोरी कंप्यूटर की मैं मेमोरी होती है जो सी पी यू द्वारा डायरेक्टली एक्सेस की जाती है प्राइमरी मेमोरी दो तरह की होती है !
- RAM (RANDOM ACCESS MEMORY)
- ROM (READ ONLY MEMORY )
RAM (RANDOM ACCESS MEMORY) -
यह वोलेटाइल मेमोरी होती है ! जो की सी पी यू के द्वारा डायरेक्टली एक्सेस की जाती है ! इसमें डाटा या इनफार्मेशन तब तक स्टोर रहती है जब तक पावर सप्लाई ऑन रहती है ! पावर सप्लाई कटते ही डाटा या इनफार्मेशन मिट जाता है ! रैम दो तरह की होती है !
- S RAM (STATIC RANDOM ACCESS MEMORY )
- D RAM (DYNAMIC RANDOM ACCESS MEMORY )
S RAM (STATIC RANDOM ACCESS MEMORY )-
यह सेमीकंडक्टर मेमोरी का एक टाइप है ! इसमें ट्रांसिस्टर के साथ साथ कैपिसिएटर भी लगे होते हैं ! जिसके कारण इसे बार बार रिफ्रेश करने की जरूरत नहीं होती ! यह कैश मेमोरी की तरह यूज की जाती है इसका यूज सी पी यूं की स्पीड को मैनेज करने के लिये किया जाता है !
D RAM (DYNAMIC RANDOM ACCESS MEMORY )-
यह डायनामिक रैंडम एक्सेस मेमोरी है ! इसमें ट्रांजिस्टर के साथ साथ कैपीसीटर भी लगे होते है ! इसमें थोड़ा थोड़ा डाटा स्टोर किया जाता है लेकिन 4 माइक्रो सेकंड के बाद मेमोरी सेल कंट्रोलर मेमोरी को रिफ्रेश करते रहते है !इसका यूज मेनू में डिस्प्ले लेने के लिए किया हटा है ! ये कई तरह की होती हैं !
SD RAM ( SYNCHRONOUS DYNAMIC RANDOM ACCESS MEMORY )-
यह सिंक्रोनस फीचर को रिप्रेजेंट करती है ! यह रैम एक क्लॉक साइकिल में सिर्फ एक टास्क को परफॉर्म करने की परमिशन देती है !
DDR RAM (DOUBLE DATA RAT )-
यह रैम SD रैम को रेप्लस करके बनाई गई है इसकी स्पीड SD रैम से फ़ास्ट होती है ! इस रैम में डाटा TRANSPIRATE काम होता है क्यूंकि यह क्लॉक के दोनों साइड काम कर सकती है !
DDR2 RAM -
2003 में DDR2 रैम आ गई इसकी स्पीड DDR से फ़ास्ट थी ! इसकी परफॉरमेंस DDR से बेहतर होती है !
DDR3 RAM -
DDR3, DDR2 का इम्प्रूव वर्जन है ! इसकी स्पीड DDR2 से डबल है यह लो पावर पर कार्य करती है इसकी स्पीड और कैपेसिटी भी हाई होती है !
ROM (READ ONLY MEMORY )-
रोम नॉन वोलेटाइल मेमोरी होती है जिसे पर्मनेंट्ली मेमोरी भी कहा जाता है रोम में मैन्युफैक्चरिंग इनफार्मेशन होती है जो की पावर सप्लाई ऑफ होने पर भी लॉस नहीं होती ! रोम का यूज कंप्यूटर के स्टार्टअप या बूटिंग प्रोसेस के लिए किया जाता है ! रोम तीन प्रकार की होती है !
- PROM (PROGRAMMABLE READ ONLY MEMORY )
- EPROM (ERASABLE PROGRAMMABLE READ ONLY MEMORY )
- EEPROM (ELECTRICALLY ERASABLE PROGRAMMABLE READ ONLY MEMORY )
- PROM (PROGRAMMABLE READ ONLY MEMORY )-
यह रोम का एक प्रकार होता है जिसमे बायोज से सम्बंधित इनफार्मेशन को केवल एक बार ही प्रोग्राम किया जा सकता है बाद में उसमे कोई परिवर्तन नहीं किया जा सकता !2. EPROM (ERASABLE PROGRAMMABLE READ ONLY MEMORY )-
यह एक विशेष प्रकार का रोम होता है जिसमे रोम से सम्बंधित इनफार्मेशन को पराबैगनी किरणों की मदद से मिटाया जा सकता है और पुनः प्रोग्राम किया जा सकता है !
. 3.EEPROM (ELECTRICALLY ERASABLE PROGRAMMABLE READ ONLY MEMORY )-
यह भी रोम का एक प्रकार होता है जिसे इलेक्ट्रिसिटी के द्वता मिटाया जा सका है और दोबारा प्रोग्राम किया जा सकता है !
2. SECONDARY MEMORY -
सेकेंडरी मेमोरी नॉन वोलेटाइल स्ट्रक्चर पर कार्य करती है इसे सी पी यूं द्वारा डायरेक्टली एक्सेस नहीं किया जा सकता ! सेकेंडरी मेमोरी इनफार्मेशन को पर्मनेंट्ली स्टोर करती है ! ये कई तरह की होती है!
उदहारण - हार्ड डिस्क , फ्लॉपी डिस्क , CD ,DVD , पेन ड्राइव , मैग्नेटिक टेप आदि !
HARD DISK -
यह एक नॉन वोलेटाइल मेमोरी है ! जिसका यूज इनफार्मेशन को पर्मनेंट्ली स्टोर करने के लिए किया जाता है ! इसमें एक सर्कुलर डिस्क होता है जिसे प्लाटर कहा जाता है !जिसके ऊपर रीड एंड राइट हेड लगा होता है जिसके द्वारा इनफार्मेशन को दोनों साइड में फ़ास्ट स्पीड ऐसा पर्मनेंट्ली स्टोर किया जाता है ! एक हार्ड डिस्क ट्रैक व सेक्टर में डिवाइड होती है जिसमे इनफार्मेशन स्टोर रहती है!
FLOPPY DISK -
यह एक मैग्नेटिक डिवाइस है जो बहुत पतली व फ्लेक्सिबल होती है इसका उसे डाटा को पर्मनेंट्ली स्टोर करने के लिए किया जाता है यह केवल 1.44 एमबी तक डाटा को स्टोर कर सकती है ! इसका उसे बैकअप बनाने के लिए किया जाता है फ्लॉपी डिस्क 1.8 इंच , 51/4 इंच, 3.5 इंच में अवेलेबल है!
CD ( COMPACT DISK )-
यह एक ऑप्टिकल डिस्क है जिसकी स्टोरेज कैपेसिटी 700 MB होती है ! ये कई तरह की होती है!
TYPES OF CD -
CDR (COMPACT DISK REGARDABLE )-
इस प्रकार की CD में एक बार जो इनफार्मेशन दी जाती है उसे दोबारा चेंज नहीं किया जा सकता !
CDRW (COMPACT DISK RE-WR ITABLE )-
इस प्रकार की डिस्क का यूज इनफार्मेशन को रिमूव करके फिर से RE-WRITE करने के लिए किया जाता है इस प्रकार की डिस्क महँगी होती है !
DVD(DIGITAL VERSATILE DISK )-
डीवीडी एक MASS स्टोरेज डिवाइस है इसका यूज इनफार्मेशन को लम्बे समाज के लिए स्टोर करने के लिए किया जाता है ! इसकी स्टोरेज कैपेसिटी CD से 7 गुना ज्यादा होती है ! इसकी स्टोरेज कैपेसिटी 4.7 GB होती है और डबल लेयर वाली CD की स्टोरेज कैपेसिटी 8.7 GB होती है !
BLURAY डिस्क का उसे HD वीडियो या अधिक डाटा स्टोर करने के लिए किया जाता है ! इसमें एक लेयर में 25 GB और डबल लेयर में 50 GB तक डाटा स्टोर किया जा सकता है !
PD (PEN DRIVE )-
यह एक प्लग एंड प्ले डिवाइस होती है और पोर्टेबल भी होती है जो की थंब के शेप में होती है इसका यूज डाटा को पर्मनेंट्ली स्टोर करने के लिए किया जाता है !
MAGNETIC TAPE -
यह पॉपुलर स्टोरेज मध्यम है जिसका यूज लार्ज अमाउंट ऑफ़ डाटा स्टोर करने के लिए किया जाता है !
DIFFERENT BETWEEN RAM AND ROM-
RAM -
- यह रैंडम एक्सेस मेमोरी है !
- इसमें डाटा पावर सप्लाई कटते ही मिट जाता है !
- यह वोलेटाइल मेमोरी है !
- इसमें डाटा स्टोर करने में टाइम काम लगता है !
- रैम के डाटा को सी पी यूं एक्सेस कर सकता है !
- रैम दो तरह के होते हैं SRAM और DRAM !
ROM -
- यह रीड ओनली मेमोरी है !
- इसमें डाटा पावर सप्लाई काटने पर भी स्टोर रहता है !
- यह नॉन वोलेटाइल मेमोरी है !
- इसमें डाटा स्टोर करने में ज्यादा टाइम लगता है !
- रोम के डाटा को सी पी यूं एक्सेस नहीं कर सकता !
- ROM तीन तरह के होते हैं PROM , EPROM , EEPROM
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